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देखें वीडियो : अभी भी सवालों के घेरे में है अब्दुल खालिक अंसारी की मौत, किस पर करें भरोसा..!

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली में संदिग्ध परिस्थितियों में जले नौवीं के छात्र अब्दुल खालिक अंसारी ने मंगलवार की सुबह दम तोड़ दिया। खालिक के जलने के बाद से अफवाहों को मिले बल को देखते हुए उसके मुहल्ले में पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती कर दी गई है। पोस्टमार्टम के बाद उसका शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। देर शाम परिजनों ने
 

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चंदौली में संदिग्ध परिस्थितियों में जले नौवीं के छात्र अब्दुल खालिक अंसारी ने मंगलवार की सुबह दम तोड़ दिया। खालिक के जलने के बाद से अफवाहों को मिले बल को देखते हुए उसके मुहल्ले में पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती कर दी गई है। पोस्टमार्टम के बाद उसका शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। देर शाम परिजनों ने नगर के सब्जी मंडी के समीप कब्रिस्तान में शव को सुपुर्दे खाक कर दिया। खालिक के जलने का कारण अब भी स्पष्ट नहीं है। परिवार वाले जहां चार युवकों पर जलाने का आरोप लगा रहे हैं, वहीं पुलिस इसे खुदकुशी मान रही है। गहन जांच के लिए पुलिस की चार टीमें भी बनाई गई हैं।


सैयदराजा नगर पंचायत के लोहिया नगर निवासी जुल्फीकार का 16 वर्षीय पुत्र अब्दुल खालिक अंसारी नेशनल इंटरमीडिएट कॉलेज में नौवीं का छात्र  था। वह रविवार की गंभीर रूप से जली हुई अवस्था में घर पहुंचा तो परिवार वालों ने पहले जिला अस्पताल अौर वहां से वाराणसी के मंडलीय अस्पताल लेकर गए। खालिक के पिता ने आरोप लगाया कि चार युवकों ने कोई नारा नहीं लगाने पर उसे जला दिया है। पुलिस ने तत्काल इसकी जांच कराई अौर खालिक का बयान लिया।

पुलिस के अनुसार खालिक लगातार बयान बदलता रहा। यहां तक कि घटनास्थल भी बदलता रहा। एसपी संतोष सिंह के अनुसार अखबार बांटने वाला एक चश्मदीद गवाह भी मिल गया। उसने खालिक को आग लगाने के बाद एक मजार से निकलते देखा था। मजार के बाहर ही खालिक की चप्पल अौर अंदर कपड़े भी मिले। ऐसे में पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची कि उसने किसी वजह से खुदकुशी की है।

वहीं पिता ने पहले दिन नारा न लगाने पर आग लगाने की बात कही लेकिन मंगलवार को खालिक की मां शइदुन्निशा ने किसी नारा लगाने की बात से साफ इनकार किया। लेकिन चार लोगों पर जलाने का आरोप लगाया। मां यह नहीं बता सकी कि चारों ने क्यों जलाया।

खालिक ने मां ने यह कहा

मैं रविवार की भोर लगभग चार बजे नींद से उठी तो खालिक घर पर नहीं था। खालिक के पिता जुल्फीकार से पूछा। पिता ने कहा कि टहलने के लिए घर से निकला होगा। थोड़ी देर बाद बुरी तरह आग से झुलसा खालिक केवल अंडरवियर पहने घर पहुंचा। खालिक ने बताया कि मुंह बांधे चार युवकों ने उसे पकड़कर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी है। किसी तरह के नारा की बात खालिक ने नहीं कही।

एसपी संतोष सिंह ने यह कहा

28 जुलाई की भोर में घटना के बाद पहुंचे डायल 100 पुलिस (पीआरवी) को खालिक ने मनराजपुर गांव में चार युवकों पर आग लगाने का आरोप लगाया था। जिला अस्पताल में मैंने और डॉक्टरों के पूछताछ में घटनास्थल छत्तेम गांव बताया। वाराणसी में इलाज के लिए ले जाते समय उपनिरीक्षक को घटनास्थल भतीजा गांव बताया। इन तीनों घटनास्थल के मार्ग पर जगह-जगह सीसीटीवी कैमरों के फुटेज में खालिक का आना-जाना नहीं दिखा। खालिक ने चार अज्ञात में एक सुनील के नाम का जिक्र किया था। पुलिस ने सुनील को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन उसकी संलिप्तता पुष्ट नहीं हो सकी है।

पुलिस की चार टीमें जांच के लिए गठित कर दी गई है। किसी भी निर्दोष को अकारण नहीं फंसाया जाएगा अौर न ही दोषी को छोड़ा जाएगा। मामले की निष्पक्ष से जांच हो रही है। जादू-टोना से जुड़ा मामला भी संभावित एंगल बन रहा है। काले खां मजार पर सिर्फ गुरुवार को मौलाना आते है। सप्ताह के शेष दिनों में मजार पर सन्नाटा रहता है। मजार की सीढ़ी पर खालिक का चप्पल व अधजले कपड़े मिले हैं। खालिक के पड़ोसी ने भी उसे दो बजे रात घर से निकलकर जाते देखा था। घटनास्थल पर हॉकर सुनील मौर्या ने आग से लिपटकर खालिक को भागते देखा था। घटनास्थल पर कोई दूसरा व्यक्ति नहीं दिखा था। ऐसे में आशंका है कि खालिक कहीं जादू-टोना अथवा अंधविश्वास का शिकार तो नहीं हो गया था।

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