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गर्मी के बाद भी नहीं जाग रहा है विभाग, जिले के 415 हैंडपंप हैं खराब

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show उत्तर प्रदेश में गर्मी का असर बढ़ने लगा है। इस मौसम में पानी की अधिक जरूरत है मगर जिले में हैंडपंपों की हालत काफी खराब है। ग्रामीण क्षेत्रों में जलस्तर भी काफी नीचे जा रहा है। इससे लोगों के सामने पेयजल का संकट खड़ा हो गया है। जिले में 284 हैंडपंप रिबोर का इंतजार कर
 
गर्मी के बाद भी नहीं जाग रहा है विभाग, जिले के 415 हैंडपंप हैं खराब

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उत्तर प्रदेश में गर्मी का असर बढ़ने लगा है। इस मौसम में पानी की अधिक जरूरत है मगर जिले में हैंडपंपों की हालत काफी खराब है। ग्रामीण क्षेत्रों में जलस्तर भी काफी नीचे जा रहा है। इससे लोगों के सामने पेयजल का संकट खड़ा हो गया है। जिले में 284 हैंडपंप रिबोर का इंतजार कर रहे हैं तो 131 बिल्कुल खराब हैं। ऐसे में गर्मी बढ़ने के बाद इन गांवों के ग्रामीणों को पानी के लिए काफी भटकना पड़ रहा है। पंचायत विभाग का दावा है कि पंचायत चुनाव से पहले हैंडपंपों की मरम्मत करा दी जाएगी लेकिन अधिकतर हैंडपंपों की मरम्मत ही नहीं हो पाई है।

जिले में करीब 20 हजार सरकारी हैंडपंप हैं। पहले नए हैंडपंप लगाने के साथ उन्हें रिबोर व उनकी मरम्मत कराने की जिम्मेदारी जलनिगम विभाग की थी। प्रदेश में सरकार बदलने के बाद वर्ष 2017 के अप्रैल माह से यह व्यवस्था जलनिगम विभाग से लेकर पंचायत विभाग को दे दी गई। पंचायत विभाग ने हैंडपंप लगाने, रिबोर व मरम्मत कराने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधानों के कंधे पर सौंप दी। इसके बाद से हैंडपंपों की दुर्दशा का दौर शुरू हो गया।

ग्राम प्रधानों की उदासीनता से लोगों को हर वर्ष गर्मी में पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। हालांकि पंचायत विभाग अपने स्तर से कुछ हैंडपंपों को रिबोर व उनकी मरम्मत करा रहा है लेकिन मरम्मत की रफ्तार धीमी होने से ग्रामीणों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।

चंदौली/ कंदवा सदर ब्लाक में भी हैंडपंपों की हालत काफी खराब है। एडीओ पंचायत बृजेश सिंह ने बताया कि ब्लॉक के विभिन्न गांवों में पेयजल के लिए कुल 3840 हैंडपंप लगाए गए हैं। इनमें 29 हैंडपंप रिबोर और 17 मरम्मत योग्य हैं। हैंडपंपों की मरम्मत व रिबोर के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी को प्रस्ताव भेज दिया गया है।

बरहनी ब्लाक के एडीओ पंचायत मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बरहनी विकास खंड में पेयजल के लिए कुल 3476 हैंडपंप लगाए गए हैं। इनमें 6 हैंडपंप रिबोर और 21 हैंडपंप मरम्मत योग्य हैं। कहा कि चुनाव से पूर्व रिबोर व मरम्मत कार्य करा दिया जाएगा।

वहीं सकलडीहा संवाददाता के अनुसार, विकास खंड के 104 गांवो में 3898 हैंडपंप लगे है। इनमें 61 पूरी तरह खराब हैं। वहीं 210 रिबोर की बाट जोह रहे हैं।

नियामताबाद संवाददाता के अनुसार, क्षेत्र के 88 ग्राम पंचायतों में कुल 3116 हैडपंप लगे हैं। इनमें 15 रिबोर कराने लायक हैं जबकि 10 को खराब घोषित कर दिया गया है।

धानापुर संवाददाता के अनुसार, विकास खंड में हैंड़पंपों की कुल संख्या 4049 है। इनमें 12 हैंडपंप रिबोर कराए जाने हैं। इनमें तीन पर मरम्म्त कार्य चल रहा है। पंचायत विभाग ने शेष नौ को भी पंचायत चुनाव के पहले रिबोर करा देने का दावा किया है।

चकिया संवाददाता के अनुसार विकासखंड के अंतर्गत 3467 हैंडपंप हैं जिसमें 12 हैंडपंप का रिबोर कराना है वहीं 22 हैंडपंप खराब हैं। जिनका जल्द से जल्द मरम्मत की बात संबंधित अधिकारियों की ओर से कहा जा रहा है।

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