जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

ऐसा होगा जब 70 जोड़ी ट्रेनें एसी में तब्दील हो जाएंगी, सबको करनी होगी इसी में यात्रा

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले के पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से होकर गुजरने वाली लगभग 70 जोड़ी ट्रेनें एसी में तब्दील हो जाएंगी। सिर्फ पैसेंजर ट्रेनों में ही जनरल कोच दिखेंगे। कोरोना काल में ही 70 जोड़ी से अधिक ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाकर 130 किमी प्रति घंटे किया जा चुका है। एलएचबी कोच वाले अन्य ट्रेनों की रफ्तार
 
ऐसा होगा जब 70 जोड़ी ट्रेनें एसी में तब्दील हो जाएंगी, सबको करनी होगी इसी में यात्रा

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show

चंदौली जिले के पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से होकर गुजरने वाली लगभग 70 जोड़ी ट्रेनें एसी में तब्दील हो जाएंगी। सिर्फ पैसेंजर ट्रेनों में ही जनरल कोच दिखेंगे। कोरोना काल में ही 70 जोड़ी से अधिक ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाकर 130 किमी प्रति घंटे किया जा चुका है। एलएचबी कोच वाले अन्य ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में इन ट्रेनों से जनरल और स्लीपर कोच हटा लिए जाएंगे।

रेलवे मिशन रफ्तार के तहत ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए काम कर रहा है। रेल मंत्रालय के प्रवक्ता डीजे नरायन के अनुसार स्वर्णिम चतुर्भुज रेल ट्रैक को अपग्रेड कर 130 से 160 किमी की रफ्तार के योग्य बनाया जा रहा है । 130 किमी की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों से स्लीपर और जनरल कोच को हटा दिया जाएगा और उन्हें एसी करने की योजना बनाई जा रही है।

मंडल में पिछले कई वर्षों से ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है। इसके लिए ट्रैकों की मरम्मत और सिग्नल बदलने का काम पूरा हो चुका है। पिछले वर्ष ही अक्तूबर माह में पीडीडीयू जंक्शन से धनबाद तक ट्रेनों की रफ्तार की जांच की गई थी।

टेस्टिंग सफल होने के बाद धनबाद लुधियाना, पुरुषोत्तम, महाबोधि, नीलांचल, हावड़ा जोधपुर, पूर्वा, बांबे मेल, अजमेर सियालदह सहित 70 जोड़ी ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाकर 130 किमी प्रतिघंटे कर दी गई। कोरोना के पूर्व पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल में 135 जोड़ी राजधानी, दुरंतो सहित मेल /एक्सप्रेस ट्रेने और सौ जाड़ी पैसेंजर ट्रेनें चल रही थी। कोरोना की वजह से ट्रेनों का संचालन बंद किया गया लेकिन इस दौरान ट्रैकों के मेंटनेंस को और अच्छा किया गया। अब धीरे धीरे ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा रही है। ऐसे में मंडल से होकर गुजरने वाली 70 जोड़ी ट्रेनें तो बिना स्लीपर और जनरल कोच के हो जाएंगी।

ऐसा होगा जब 70 जोड़ी ट्रेनें एसी में तब्दील हो जाएंगी, सबको करनी होगी इसी में यात्रा

रेलवे बोर्ड तेज रफ्तार वाली ट्रेनों को एसी में तब्दील करने की योजना तो बना रहा है लेकिन ट्रेन के यात्रियों की स्थिति देखें तो वर्तमान में मात्र दस प्रतिशत यात्री ही एसी कोच में यात्रा करते हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन से सामान्य दिनों में प्रतिदिन बीस हजार से अधिक यात्री ट्रेनों पर सवार होते हैं और उतरते हैं। इसमें दस हजार यात्री सिर्फ जनरल कोच में चलने वाले यात्री होते हैं। आरक्षण काउंटर से प्रतिदिन एक हजार टिकटों की बुकिंग होती है जबकि आनलाइन दो हजार यात्री टिकट बुक करते हैं। यदि आरक्षण की स्थिति देखे तो 27 सौ यात्री स्लीपर कोच में और तीन सौ यात्री एसी को में यात्रा करते हैं। ऐसे में रेलवे ने यदि सभी तेज रफ्तार वाली गाड़ियों को एसी में तब्दील कर दिया तो इसका कितना फायदा मिलेगा यह यात्रियों की यात्रा पर निर्भर करेगा।

पं. दीनदयाल उपाध्याय मंडल के मंडल वाणिज्य प्रबंधक मोहम्मद इकबाल का कहना है कि मंडल में 70 जोड़ी से अधिक ट्रेनों की रफ्तार 130 किमी प्रति घंटे की जा चुकी है। सभी ट्रेनों के एसी करने का प्रस्ताव मंडल में फिलहाल नहीं आया है। हालांकि रेलवे मंत्रालय में इस तरह की योजना पर विचार चल रहा है। आदेश आने के बाद ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*