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चंदौली जिले में अब केवल गंभीर रोगियों के लिए मिलेगी एंबुलेंस, यह आया नया फरमान

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले में कोरोना संक्रमण काल में गंभीर रोगियों को उपचार के लिए अस्पताल लाने और इलाज के बाद घर वापस पहुंचाने के लिए सरकारी एंबुलेंस आ रही थी। पर जैसे जैसे मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है वैसे वैसे इसकी सुविधाओं में भी कटौती की जाने लगी है। कहा जा रहा है कि
 
चंदौली जिले में अब केवल गंभीर रोगियों के लिए मिलेगी एंबुलेंस, यह आया नया फरमान

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चंदौली जिले में कोरोना संक्रमण काल में गंभीर रोगियों को उपचार के लिए अस्पताल लाने और इलाज के बाद घर वापस पहुंचाने के लिए सरकारी एंबुलेंस आ रही थी। पर जैसे जैसे मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है वैसे वैसे इसकी सुविधाओं में भी कटौती की जाने लगी है।

कहा जा रहा है कि कि अब सैंपलिग व मरीजों के ड्राप बैक में एंबुलेंस के इस्तेमाल नहीं किया जाएगा, ताकि गंभीर रोगियों को एंबुलेंस की सुविधा आसानी से मिल सके।

जिले में रोजाना दर्जनों मरीजों की कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। लेकिन मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस दूसरे दिन पहुंचती है। दरअसल, एंबुलेंस का इस्तेमाल मरीजों के ड्रॉप बैक व सैंपलिग में भी किया जा रहा था। इसकी शिकायत को शासन ने गंभीरता से लिया है। वहीं मरीजों के ड्रॉप बैक व सैंपलिग पर रोक लगा दी है।

इसके कारण अब मरीजों को स्वस्थ होने पर अब खुद वाहन की व्यवस्था कर घर जाना होगा। वहीं सैंपलिग कराने के लिए भी खुद अस्पताल पहुंचना होगा।

कहा जा रहा है कि जिले में 50 एंबुलेंस है फिर भी मरीजों को काफी परेशानी हो रही है।  जिले में 108 व लाइफ सपोर्ट सिस्टम से लैस कुल 50 एंबुलेंस हैं। लाइफ सपोर्ट सिस्टम से लैस एंबुलेंस में वेंटिलेटर समेत अन्य सुविधाएं हैं। ताकि गंभीर रोगियों अस्पताल पहुंचाने के दौरान रास्ते में भी बेहतर इलाज मिल सके और उनकी जान बचाई जा सके।

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