समता मूलक समाज की स्थापना से होगा विकास : बाबू सिंह कुशवाहा
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चन्दौली जिले के कमालपुर में भगवान बुद्ध बिहार जन कल्याण एजुकेशनल ट्रस्ट के तत्वाधान में सोमवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बुद्ध देशना भंते बुद्ध ज्योति व भंते महाकश्यप ने भगवान बुद्ध के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित व दीप प्रज्ज्वलित किया गया। इसमें भगवान बुद्ध के जीवन चरित्र, सम्राट अशोक की नीतियों व बाबा भीम राव अम्बेडकर के संविधान पर समता मूलक समाज की स्थापना पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया।
मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री व जन अधिकार पार्टी के संस्थापक बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि आज वह समय आ गया है की सम्राट अशोक व बाबा भीम राम अंबेडकर के बताये रास्तों ओर चलने की जरूरत है।संविधान हमारे समाज की सबसे बड़ी ताकत है।समाज के दबे कुचले लोगों के उत्थान से ही देश का विकास सम्भव है।राजनीतिक पार्टियां समाज के निचले लोगों को सब्ज बाग दिखलाकर राजनीति करते है।अब समय आ गया है कि सभी लोग अपने अधिकार को ताकत को समझे।हमारी एकता व समर्पण देश की राजनीति में एक नया अध्याय लिखने का काम करेगा।
बाबा भीम राव अम्बेडकर ने समाज के दबे कुचले लोगो को समाज मे एकरूपता लाने के लिए संविधान का निर्माण किया।आज अमेरिका व जापान संसाधनों व वैज्ञानिकता को बढ़ाकर देश को आगे बढ़ा रहा है।लेकिन आज इक्कीसवीं सदी में भी हमारे समाज मे लोग भूत, प्रेत व डीह बाबा के भ्रांतियों पर चल आ रहे है।हम सभी को जाति मजहब से ऊपर उठकर समता मुलक समाज की स्थापना करने की जरूरत है। तभी यह देश विकास की नई गाथा लिख पायेगा।
हमारे देश में भी संसाधनों की कमी नहीं है। बावजूद जाति पाति व छुआछूत के चलते हम पिछड़ते जा रहे है। भारत के संविधान में यह लिखा गया है कि हम सभी को अपने अधिकार को पाने के लिए पहले अपना कर्तव्य करना होगा।
मौके पर अध्यक्ष डॉ संतोष मौर्य, डॉ हँसलाल मौर्य, गणेश प्रसाद, कन्हैया सिंह कुशवाहा, सतीश सेठ आका, संजय दिनकर, मुकेश मौर्य,राकेश यादव , राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक जेपी रावत, शिक्षक डा0 देवेंद्र प्रताप यादव,धर्मराज कुशवाहा, अशोक मौर्य, बसंत मौर्य, ममता मौर्य, जितेंद्र मौर्य, राकेश मौर्य, श्रीराम मौर्य, आदि रहे।अध्यक्षता डॉ काशीनाथ मौर्य व संचालन रमेशचंद्र कुशवाहा ने किया।
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