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ब्लड बैंक बिना डोनर के कोरोना मरीजों के इलाज के लिए देगा ब्लड

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले में कोरोना मरीजों को बिना डोनर बैंक से ब्लड मिलेगा। ब्लड बैंक प्रशासन ने इसके लिए पहल करते हुए अस्पतालों को अवगत कराया है। अस्पतालों में जरूरत के हिसाब से ब्लड बैंक से मंगाया जा सकता है। हालांकि ब्लड बैंक में वर्तमान में 65 यूनिट ब्लड ही मौजूद है। इसकी भी खपत नहीं
 
ब्लड बैंक बिना डोनर के कोरोना मरीजों के इलाज के लिए देगा ब्लड

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चंदौली जिले में कोरोना मरीजों को बिना डोनर बैंक से ब्लड मिलेगा। ब्लड बैंक प्रशासन ने इसके लिए पहल करते हुए अस्पतालों को अवगत कराया है। अस्पतालों में जरूरत के हिसाब से ब्लड बैंक से मंगाया जा सकता है। हालांकि ब्लड बैंक में वर्तमान में 65 यूनिट ब्लड ही मौजूद है। इसकी भी खपत नहीं हो पा रही। ऐसे में खराब होने का खतरा मंडराने लगा है। इसलिए ब्लड बैंक प्रशासन इसे जल्द खर्च करना चाहता है।

बताते चलें कि कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। अस्पतालों में संक्रमितों की भीड़ बढ़ी है। वहीं अन्य तमाम तरह की चुनौतियां बढ़ गई हैं। ऐसे में ब्लड बैंक प्रशासन ने कोरोना मरीजों के मदद की पहल की है। जिला अस्पताल परिसर स्थित जिले के एक मात्र ब्लड बैंक में इस समय 65 यूनिट ब्लड मौजूद है। मार्च और अप्रैल में लगाए गए दो शिविरों में यह ब्लड मिला था। हालांकि संक्रमण काल में इसकी डिमांड काफी घट गई है। अस्पतालों में ओपीडी नहीं चल रही। वहीं आपरेशन आदि के कार्य भी कम हो रहे हैं। इसलिए कभी-कभार ही लोग ब्लड लेने के लिए पहुंच रहे। ऐसे में बैंक में रखे ब्लड के खराब होने की आशंका गहराने लगी है।

इसको देखते हुए कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बिना डोनर के ही ब्लड देने का फैसला लिया गया है। अस्पताल प्रशासन की डिमांड के अनुसार बैंक ब्लड मुहैया कराएगा। इसके बदले किसी को ब्लड डोनेट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वैसे तो कोरोना मरीजों के इलाज में ब्लड की कोई खास जरूरत नहीं पड़ती। हालांकि यदि किसी मरीज को पड़ी तो उसे भटकना नहीं होगा। ब्लड बैंक प्रशासन की पहल से जरूरतमंदों को काफी राहत मिलेगी।

ब्लड बैंक में ए, बी और एबी ग्रुप का ब्लड मौजूद है। दो शिविरों में लगभग 65 यूनिट ब्लड मिला था। ब्लड को दो माह से बैंक में सुरक्षित रखा गया है। यदि इसको जल्द इस्तेमाल नहीं किया गया तो ब्लड रखे-रखे ही खराब हो जाएगा। ब्लड बैंक में ब्लड से प्लाज्मा व प्लेटलेट अलग करने की सुविधा नहीं है। इससे डेंगू के मरीजों के इलाज में परेशानी होती है। प्लेटलेट न मिलने की वजह से मरीजों को वाराणसी रेफर करना पड़ता है।

इस सम्बन्ध में ब्लड बैंक प्रभारी डाक्टर मनोज मिश्रा ने बताया कि बैंक में वर्तमान समय में लगभग 65 यूनिट ब्लड मौजूद है। जिला अस्पताल प्रशासन को सूचित किया गया है कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बिना डोनर ब्लड दिया जाएगा। इस समय ब्लड की डिमांड काफी घट गई है।

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