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खुली छत के नीचे रहने को मजबूर है दलित परिवार, जरा देखिए BDO साहब

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show सरकार जहां गरीबों को आवास सहित अन्य सुविधाएं देने की घोषणा कर रही है वहीं पात्र व्यक्ति अभी भी सरकार की मूल भूत सुविधाओं से वंचित हैं। सरकार की तरफ से आवास की सुविधा गरीबों के लिए मुहैया तो हो रही है लेकिन पात्रों को शत प्रतिशत उसका लाभ नहीं मिल रहा है। ताजा मामला
 
खुली छत के नीचे रहने को मजबूर है दलित परिवार, जरा देखिए BDO साहब

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सरकार जहां गरीबों को आवास सहित अन्य सुविधाएं देने की घोषणा कर रही है वहीं पात्र व्यक्ति अभी भी सरकार की मूल भूत सुविधाओं से वंचित हैं। सरकार की तरफ से आवास की सुविधा गरीबों के लिए मुहैया तो हो रही है लेकिन पात्रों को शत प्रतिशत उसका लाभ नहीं मिल रहा है।

ताजा मामला सकलडीहा ब्लाक के बढवलडीह खास गांव का है। जहां इस गांव के दलित गरीब संग्राम राम का परिवार घर गिर जाने के कारण खुले आसमान में रहने को मजबूर है। लेकिन ग्रामीणों के सहयोग से वह मजबूरी में पिछले 5 दिनों से गांव के पंचायत भवन में आश्रय लेकर जीवन व्यतीत कर रहा है।

इस संबंध में गरीब परिवार की पीड़िता अंजू ने बताया कि वह अति गरीब श्रेणी में आती है। हमारा कच्चा मकान पिछले दिनों आई तेज आंधी पानी में धराशाई हो गया था।ऊपर वाले की कृपा रही कि परिवार का कोई सदस्य उसके जद में नहीं आया। घर गिरने के बाद हमारे परिवार को रहने के लिए कोई सहारा नही है,जिससे हम लोग खुले आसमान में रहने को मजबूर हो गए थे, लेकिन गांव के कुछ लोगों के सहयोग से हम लोगों को पिछले 5 दिनों से पंचायत भवन में आश्रय मिला है।

हम सभी परिवार के 9 लोग किसी तरह इस पंचायत भवन में जीवन यापन कर रहे हैं। कई बार ग्राम प्रधान से लेकर अधिकारियों तक आवास के लिए गुहार लगाई गई,लेकिन हम लोगों की कोई नहीं सुनता है, जिससे हम लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हो गए हैं।

इस संबंध में सकलडीहा खंड विकास अधिकारी गुलाब सोनकर ने बताया कि पात्रता सूची में नाम नहीं होने के कारण आवास नहीं मिला होगा,इसकी जांच कराकर पीड़ित व्यक्ति को सुविधा मुहैया कराई जाएगी।

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