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चंदौली जिले में आयी 1309 एमटी यूरिया की रैक, अब और ज्यादा मिलेगी खाद

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले में 1309 एमटी यूरिया की रैक आ गई है। सरेसर खाद रैक प्वाइंट पर खाद मंगाई गई है। इसे जल्द समितियों में भेजा जाने की तैयारी भी की जाने लगी है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि इससे खाद की किल्लत से जूझ रहे किसानों को काफी राहत मिलेगी। जिले में अब
 
चंदौली जिले में आयी 1309 एमटी यूरिया की रैक, अब और ज्यादा मिलेगी खाद

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चंदौली जिले में 1309 एमटी यूरिया की रैक आ गई है। सरेसर खाद रैक प्वाइंट पर खाद मंगाई गई है। इसे जल्द समितियों में भेजा जाने की तैयारी भी की जाने लगी है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि इससे खाद की किल्लत से जूझ रहे किसानों को काफी राहत मिलेगी। जिले में अब तक 12 हजार एमटी से अधिक खाद मंगाई जा चुकी है। फिर भी किसानों की डिमांड पूरी करने में विभाग के पसीने छूट गए। निजी दुकानदारों ने भी हाथ खड़े कर दिए थे।

धान की रोपाई के बाद से ही किसान खाद की किल्लत से जूझ रहे हैं। शुरूआत में सहकारी समितियों व निजी गोदामों से यूरिया गायब रही। कहीं उपलब्ध भी थी तो दुकानदारों ने डेढ़ गुना कीमत पर बेचा। इससे किसान बेहाल थे। धान के कटोरे में खाद की किल्लत का मामला केंद्रीय कौशल विकास व उद्यमशीलता मंत्री और सांसद डा. महेंद्रनाथ पांडेय तक पहुंचा। उन्होंने तत्काल शासन स्तर पर वार्ता की। इसके बाद खाद की रैक जिले में भेजी गई। सांसद की पहल पर करीब 1400 एमटी की पहली खेप एक सप्ताह पूर्व जिले में आई थी लेकिन किल्लत दूर नहीं हुई। इस समय धान की फसल में बालियां लगने का दौर शुरू हो गया है। ऐसे में किसान खेत में खाद डाल रहे हैं। इससे किसानों की डिमांड की भरपाई नहीं हो सकी थी। विभाग ने दोबारा 1309 एमटी की खेप मंगाई है।

बिक्री में गड़बड़ी से हुई किल्लत

दरअसल, जिले में खाद की बिक्री में काफी गड़बड़ी की जा रही है। कई समितियों के सचिवों ने बड़े किसानों को काफी मात्रा में खाद दे दी जबकि छोटे किसान इससे वंचित रह गए। गड़बड़ी उजागर होने पर जिलाधिकारी के निर्देश पर 13 समितियों के सचिवों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सहायक आयुक्त सहकारिता व एआर को-आपरेटिव को पत्र भी भेजा जा चुका है। खाद बिक्री में पारदर्शिता न होने की वजह से किल्लत अभी तक बनी हुई है।

एआर को-आपरेटिव सोमी सिंह का दावा है कि किसानों की डिमांड को देखते हुए 1309 एमटी यूरिया की खेप मंगाई गई है। वर्तमान में जिले में 8825 मीट्रिक टन यूरिया की उपलब्धता है। पीसीएफ की ओर से खाद सहकारी समितियों पर भेजी जाएगी। इससे किसानों को काफी राहत मिलेगी।

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