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पहले डिजिटल सिग्नेचर, तभी मिलेंगे प्रधानों को वित्तीय अधिकार

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले में नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों को डिजिटल सिग्नेचर बनवाने के लिए इस बार आनलाइन आवेदन करना होगा। उनके मोबाइल (वाट्सएप नंबर) पर लिक भेजा जाएगा। इसको खोलकर 35 सेकेंड का वीडियो बनाना होगा। आन लाइन अपने बारे में पूरी जानकारी देनी होगी। मसलन, नाम, ग्राम पंचायत का नाम, डेट आफ बर्थ समेत अन्य सूचनाएं
 
पहले डिजिटल सिग्नेचर, तभी मिलेंगे प्रधानों को वित्तीय अधिकार

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चंदौली जिले में नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों को डिजिटल सिग्नेचर बनवाने के लिए इस बार आनलाइन आवेदन करना होगा। उनके मोबाइल (वाट्सएप नंबर) पर लिक भेजा जाएगा। इसको खोलकर 35 सेकेंड का वीडियो बनाना होगा। आन लाइन अपने बारे में पूरी जानकारी देनी होगी। मसलन, नाम, ग्राम पंचायत का नाम, डेट आफ बर्थ समेत अन्य सूचनाएं देंगे।

वीडियो बनाते समय एक हाथ में आधार कार्ड और प्रधानी का सर्टिफिकेट होना जरूरी है। सूचनाएं सही होने पर मोबाइल पर ओटीपी नंबर आएगा, वह भी इसी 35 सेकेंड में टाइप करना होगा। इसके बाद ही सिग्नेचर के लिए अर्ह माने जाएंगे।

डिजिटल सिग्नेचर बनाने की जिम्मेदारी लखनऊ की निजी संस्था को दी गई है। संस्था की ओर से सिग्नेचर तैयार कर पंचायती राज विभाग की वेबसाइट और इसकी जानकारी डाक से संबंधित ग्राम प्रधान को आएगी। सात दिन की इस प्रक्रिया के बाद प्रधानों को वित्तीय अधिकार मिल पाएंगे।

आप को बता दें कि फर्जीवाड़ा रोकने और पारदर्शिता के लिए इस बार प्रक्रिया थोड़ी जटिल कर दी गई है। अधिकारियों का मानना है कि इससे धांधली रोकी जा सकेगी।

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