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L-2 अस्पताल की ऑक्सीजन पाइपलाइन हो रही है लीक, नहीं मिल रहे मैकेनिक

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले में कोरोना की दूसरी लहर में स्वास्थ्य सुविधाएं नाकाफी साबित होने लगी हैं। आक्सीजन सिलेंडर की किल्लत हो गई है। चकिया जिला संयुक्त चिकित्सालय के बनाए गए एल-टू अस्पताल में लगी आक्सीजन पाइपलाइन में लीकेज की मरम्मत नहीं हो सकी। इसके लिए विभागीय लापरवाही है। सामान्य स्थिति में अस्पताल प्रशासन ने इसकी मरम्मत
 
L-2 अस्पताल की ऑक्सीजन पाइपलाइन हो रही है लीक, नहीं मिल रहे मैकेनिक

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चंदौली जिले में कोरोना की दूसरी लहर में स्वास्थ्य सुविधाएं नाकाफी साबित होने लगी हैं। आक्सीजन सिलेंडर की किल्लत हो गई है। चकिया जिला संयुक्त चिकित्सालय के बनाए गए एल-टू अस्पताल में लगी आक्सीजन पाइपलाइन में लीकेज की मरम्मत नहीं हो सकी। इसके लिए विभागीय लापरवाही है। सामान्य स्थिति में अस्पताल प्रशासन ने इसकी मरम्मत नहीं कराई। वार्ड में कोरोना संक्रमितों के भर्ती होने के बाद संक्रमण के भय से कोई भी मैकेनिक इसकी मरम्मत के लिए तैयार नहीं। ऐसे में मुश्किलें खड़ी हो गई हैं।

संयुक्त चिकित्सालय में 50 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। इसको लेबल-टू अस्पताल का दर्जा मिला है। यहां कोरोना के गंभीर मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। एल-टू अस्पताल में 30 आक्सीजन कांसंट्रेटर और 40 जंबो सिलेंडर की सुविधा है लेकिन बेलगाम कोरोना संक्रमण के सामने सुविधाएं नाकाफी साबित होने लगी हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए यहां बेड की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई है। ऐसी स्थिति में आक्सीजन की खपत बढ़ेगी।

जिलाधिकारी संजीव सिंह ने भी पिछले दिनों अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने संसाधनों को विकसित करने के निर्देश दिए थे। हालांकि स्वास्थ्य विभाग को खराब आक्सीजन पाइपलाइन की मरम्मत के लिए अब कोई मैकेनिक नहीं मिल रहा है। ऐसे में कोरोना संक्रमण और गहराया तो मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

100 आक्सीजन सिलेंडर की है डिमांड, मिल रहे मात्र 25

कोरोना संक्रमितों की सांसें कृत्रिम आक्सीजन के सहारे ही चल रही हैं। ऐसे में आक्सीजन सिलेंडर की डिमांड तेजी से बढ़ी है लेकिन इसकी भारी किल्लत देखने को मिल रही है। जिले में आक्सीजन सिलेंडर की रिफिलिग करने वाले छह कारखाने हैं। यहां दिन-रात काम हो रहा है। इसके बावजूद सिलेंडर की जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही हैं।

स्वास्थ्य विभाग रोजाना 100 सिलेंडर की डिमांड कर रहा है तो 25 मिल रहे हैं। इससे किसी तरह से काम चलाया जा रहा है। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को लाख कोशिशों के बावजूद भी आक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल पा रहा।

इस सम्बन्ध में सीएमओ, डाक्टर वीपी द्विवेदी ने बताया कि ‘चकिया स्थित संयुक्त चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड के आक्सीजन पाइपलाइन में लीकेज की शिकायत मिली है। इसकी शीघ्र मरम्मत कराई जाएगी। कोरोना की चुनौती से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है।

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