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नौबतपुर के पुराने पुल की रंगाई पुताई करके किया जा रहा है पक्का, ऐसा है प्लान

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले की यूपी-बिहार सीमा के कर्मनाशा नदी पर बने पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद बरसात के मौसम में आवागमन को लेकर चिंतित लोगों के लिए राहत भरी खबर है। ऐसा माना जा रहा है कि नए पुल की तैयारी के पहले इसको वैकल्पिक तौर पर ठीक किया जा रहा है। NHAI अधिकारियों ने
 
नौबतपुर के पुराने पुल की रंगाई पुताई करके किया जा रहा है पक्का, ऐसा है प्लान

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चंदौली जिले की यूपी-बिहार सीमा के कर्मनाशा नदी पर बने पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद बरसात के मौसम में आवागमन को लेकर चिंतित लोगों के लिए राहत भरी खबर है। ऐसा माना जा रहा है कि नए पुल की तैयारी के पहले इसको वैकल्पिक तौर पर ठीक किया जा रहा है।

NHAI अधिकारियों ने दावा किया है कि मरम्मत के बाद ब्रिटिश काल का पुराना पुल पूरी तरह दुरुस्त हो जाएगा और उसकी भार सहने की क्षमता नए पुल जितनी हो जाएगी। जब तक नया पुल तैयार नहीं हो जाता इस पर वाहन आसानी से आ जा सकेंगे।गुरुवार को भार जांच के बाद प्राधिकरण से जुड़े अधिकारियों ने यह भरोसा जताया कि पुल को ठीक करके गाड़ियों को आने जाने के लिए खोला जा सकता है।

28 दिसंबर को कर्मनाशा नदी पर बने एनएच पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद वैकल्पिक व्यवस्था के तहत डायवर्जन पुल तैयार किया गया। लेकिन बरसात के मौसम में नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद पुल से आवगमन बंद हो जाएगा। जबकि क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत में अभी और समय लग सकता है। यातायात सुगम बनाने के लिए एनएचएआइ पुल के बगल में स्टील ब्रिज का निर्माण कर रही है। साथ ही नौबतपुर बाजार से गुजरने वाले ब्रिटिश काल के कर्मनाशा पुल की मरम्मत भी शुरू करा दी गई है। ताकि यूपी से बिहार जाने वाली गाड़ियों को इससे गुजारा जा सके।

बीते गुरुवार को पुराने पुल की भार जांच की गई, जिसमें सब कुछ ठीक मिला। जांच रिपोर्ट आने के बाद एनएचएआइ के अधिकारियों ने दावा किया है कि मरम्मत के बाद पुराने पुल की भार क्षमता क्षतिग्रस्त पुल की क्षमता के बराबर हो गई है। नए पुल पर जितना भार लादकर वाहन गुजरते थे पुराने पुल से भी गुजर सकेंगे। पुराने पुल पर केवल यूपी से बिहार जाने वाले वाहनों को ही प्रवेश दिया जाएगा। जबकि बिहार से यूपी आने वाले वाहनों को क्षतिग्रस्त पुल के बगल में बन रहे स्टील ब्रिज से प्रवेश मिलेगा।

टेक्निकल मैनेजर नागेश सिंह ने बताया लोड टेस्टिग से साफ हो गया है कि पुराना पुल भी नए पुल जितना ही कारगर होगा। इससे आवाजाही में किसी तरह की समस्या नहीं आएगी।

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