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269 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपकर बोले मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल- लोग कान्वेंट स्कूलों को भूल जाएं

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चदौली जिले के परिषदीय स्कूलों के लिए 69 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया के तहत शुक्रवार को मुख्यालय स्थित महेंद्र टेक्निकल इंटर कालेज में नियुक्ति पत्र का वितरण कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिले के प्रभारी मंत्री व ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल ने नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया। ईमानदारी के साथ दायित्वों के निर्वहन
 
269 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपकर बोले मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल- लोग कान्वेंट स्कूलों को भूल जाएं

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चदौली जिले के परिषदीय स्कूलों के लिए 69 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया के तहत शुक्रवार को मुख्यालय स्थित महेंद्र टेक्निकल इंटर कालेज में नियुक्ति पत्र का वितरण कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिले के प्रभारी मंत्री व ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल ने नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया। ईमानदारी के साथ दायित्वों के निर्वहन का संकल्प दिलाया। साथ ही नवनियुक्त शिक्षकों को शासन की मंशा के अनुरुप कार्य करने का सुझाव दिया।

जिले में 300 के सापेक्ष 271 अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई थी। 269 को नियुक्ति पत्र दिया गया। जबकि दो के शैक्षिक प्रमाण पत्रों में कमियां मिली। इससे नियुक्ति पत्र पाने से वंचित रह गए। बेसिक शिक्षा परिषद से निर्देश प्राप्त होने के बाद विभाग आगे की कार्रवाई करेगा।

इस कार्यक्रम के दौरान जिले के प्रभारी मंत्री ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही है। ऐसे में विभागीय अधिकारियों व शिक्षकों की भूमिका बढ़ गई है। शिक्षक ईमानदारी के साथ बच्चों के भविष्य का निर्माण करें। सरकारी विद्यालयों में इस तरह की शिक्षा व्यवस्था होनी चाहिए कि लोग कान्वेंट स्कूलों को भूल जाएं। वहीं अपने बच्चों का दाखिला परिषदीय स्कूलों में कराएं। स्कूलों में पठन-पाठन के साथ ही छात्रों को उचित माहौल देने के साथ ही भविष्य के लिए तैयार करना होगा। नए शिक्षकों पर इसकी अधिक जिम्मेदारी है।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में नौकरी का मंशा पाले नवनियुक्त शिक्षक यदि चाहें तो स्कूलों का कलेवर बदल सकता है। सरकार स्कूलों का कायाकल्प कराने के लिए पैसा खर्च कर रही है। स्कूलों का विद्युतीकरण कराने के साथ ही तमाम तरह के नवाचार किए जा रहे हैं। ताकि सरकारी स्कूलों की शिक्षा प्रणाली को कारगर बनाया जा सके।

इस मौके पर जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कहा कि शिक्षा नीति आयोग की प्राथमिकता में शामिल है। इसलिए इस पर विशेष ध्यान दिया जाता है। अधिकारी पूरी मेहनत और ईमानदारी के साथ काम करते हुए शिक्षा व्यवस्था को सुदृण बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि शिक्षा प्रणाली के सही ढंग से संचालन को लेकर विभागीय अधिकारी-कर्मचारी गंभीर हैं। समय-समय पर स्कूलों की पड़ताल कराई जाती है। स्कूलों से गायब रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है।

इस दौरान विधायक साधना सिंह, सीडीओ डा. एके श्रीवास्तव, डीआइओएस डा. विनोद राय, डीपीआरओ ब्रह्मचारी दुबे, प्रधानाचार्य डा. रामचंद्र शुक्ल, चकिया विधायक प्रतिनिधि अश्वनी दुबे, संतोष सिंह मौजूद थे।

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