जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

चकिया अस्पताल से प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला को भी नहीं मिलती एंबुलेंस, ऐसी है स्थिति सेवा

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिला के चकिया नगर पंचायत स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय में सीएमएस की लापरवाही के चलते स्वास्थ्य केंद्र में दुर्व्यवस्थाओं का आलम इन दिनों देखने को मिल रहा है। जिससे मरीजों को तत्काल स्वास्थ्य की सुविधा न मिलने से उन्हें असमय काल के गाल में समा जाने का खतरा मंडराने लगा है। केंद्र तथा राज्य
 
चकिया अस्पताल से प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला को भी नहीं मिलती एंबुलेंस, ऐसी है स्थिति सेवा

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show

चंदौली जिला के चकिया नगर पंचायत स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय में सीएमएस की लापरवाही के चलते स्वास्थ्य केंद्र में दुर्व्यवस्थाओं का आलम इन दिनों देखने को मिल रहा है। जिससे मरीजों को तत्काल स्वास्थ्य की सुविधा न मिलने से उन्हें असमय काल के गाल में समा जाने का खतरा मंडराने लगा है।

केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा जहां ग्रामीण अंचलो मे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर करोड़ों रुपए खर्च किया जा रहा है। एम्बुलेंस, हास्पिटल, नि:शुल्क दवा पैथोलॉजी जांच के नाम पर संचालित करती है। लेकिन जमीनी स्तर पर सरकार के करोड़ों खर्च तथा अधिकारियों के लाख प्रयासों तथा निर्देशो के बाद भी जमीनी स्तर पर ग्रामीण अंचलो मे चिकित्सकों की लापरवाही एंम्बुलेंस के समय से ना पहुंच पाने के कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिससे शासन की मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने का फरमान हवा हवाई साबित होता नजर आ रहा है।

दरअसल पूरा मामला चकिया ब्लाक के दिरेहुं के ड़ोड़ापुर खालसा के बनवासी बस्ती का है। जहां बीती रात रीता को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने डिलेवरी हेतु शासन द्वारा संचालित 108 ,102 एम्बुलेंस सेवा पर काल किया गया,लेकिन घंटों प्रसव पीड़ा से तड़पने के घंटों इंजतार के बाद भी मरीज के घर एंम्बुलेंस सेवा नही पहुंच सकी, थक हारकर परिजन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीज़ को लेकर पहुंचे लेकिन हास्पिटल में भी चिकित्सक समेत कोई भी स्टाफ मौके पर मौजूद नही मिला। जिससे मरीज का इलाज नही हो सका।

जिसके बाद परिजनों के द्वारा मरीज को निजी हास्पिटल लेकर पहुंचे तब तक महिला की स्थिति खराब हो चुकी थी जिसके कारण महिला के पेट पर पल रहे बच्चे ने दम तोड दिया। जिससे परिजनों ने सरकार की व्यवस्था पर उंगली उठाई है। वही रोजा संस्था की काउंसलर ने हास्पिटल की व्यवस्थाओ मे सुधार को लेकर जनपद के अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया है।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*