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फ़रवरी माह में बोर्ड की परीक्षा के पूर्व हो सकते हैं पंचायत चुनाव !

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संभवतः फरवरी 2021 में करवाये जा सकते हैं। प्रदेश सरकार इसको लेकर मंथन कर रही है। सरकारी सूत्रों के अनुसार फरवरी और मई की कुछ तारीखों पर विचार किया जा रहा है। जिसमें अधिकांश लोगों का मानना है कि मई में गर्मी ज्यादा पड़ेगी। इस वजह
 
फ़रवरी माह में बोर्ड की परीक्षा के पूर्व हो सकते हैं पंचायत चुनाव !

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उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संभवतः फरवरी 2021 में करवाये जा सकते हैं। प्रदेश सरकार इसको लेकर मंथन कर रही है। सरकारी सूत्रों के अनुसार फरवरी और मई की कुछ तारीखों पर विचार किया जा रहा है। जिसमें अधिकांश लोगों का मानना है कि मई में गर्मी ज्यादा पड़ेगी। इस वजह से पंचायत चुनाव फरवरी में यूपी बोर्ड की परीक्षा से पहले करवा लिए जाय।

गौरतलब है कि पिछली पंचायतों का कार्यकाल दिसंबर माह में समाप्त होने थे। जैसी की संभावना है कि इस बार के पंचायत चुनाव में सभी राजनीतिक दल खुलकर हिस्सा लेने की तैयारी में है। इससे इस बार के चुनाव दिलचस्प होने के आसार हैं।

फ़रवरी माह में बोर्ड की परीक्षा के पूर्व हो सकते हैं पंचायत चुनाव !

राज्य निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम के अनुसार वोटर पुनरीक्षण का काम शुरू हो गया है। जिसे 29 दिसंबर तक फाइनल करने की तैयारी है। इसके बाद पंचायतों के आरक्षण की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके बाद चुनाव प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

बताते चलें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ दिन पहले टीम-11 की मीटिंग में कोविड संकट की वजह से पंचायत चुनाव टालने के निर्देश दिए थे।इसके बाद पंचायती राज विभाग ने चुनाव के लिए नई तारीखों पर मंथन शुरू कर दिया था।

इसी बीच राज्य निर्वाचन आयोग ने एक अक्टूबर से वोटर लिस्ट का पुनरीक्षण शुरू कर दिया। आयोग ने जो कार्यक्रम जारी किया है, उसके हिसाब से 29 दिसंबर तक फाइनल वोटर लिस्ट तैयार होगी। इसके बाद पंचायती राज विभाग द्वारा पंचायतों का परिसीमन, वार्ड के आरक्षण का काम करने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग को भेज दिया जाएगा। ऐसे में जब तक चुनावी प्रक्रिया शुरू नहीं होती है तब तक पंचायतों में प्रशासक बैठाए जाएंगे।

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आयोग ने पहली बार ऑनलाइन वोटर बनाने का भी विकल्प दिया है, इसके लिए आयोग की वेबसाइट http://sec.up.nic.in पर रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है। इन सूची को जिलों में बीएसओ सत्यापित करेंगे और सूचनाएं सही पाए जाने पर वोटर लिस्ट में नाम जुड़ जाएगा। पंचायत चुनाव के लिए करीब 80 हजार मतदान स्थलों के 2 लाख मतदान केंद्रों पर 1 लाख बीएलओ की ड्यूटी लगाई जाएगी। आयोग ने पहली बार बीएलओ के लिए ई-बीएलओ ऐप विकसित किया है।जिसके जरिए वे सभी सूचनाएं फीड कर सकेंगे।

यूपी में अभी तक राजनीतिक दल पंचायत चुनाव में पर्दे के पीछे से ही समर्थन करते थे। लेकिन इस बार दल खुलकर हिस्सा लेने की योजना बना रहे हैं। इस वजह से चुनाव दिलचस्प होने की उम्मीद है। बीजेपी ने तो बाकायदा हर जिले में अपनी तैयारी शुरू कर करते हुए पंचायत स्तर पर भी बैठकें शुरू कर दी हैं।

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