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नगवां- चोचकपुर गंगा घाट के पीपापुल का बह गया पीपा, टला बड़ा हादसा

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले के धानापुर इलाके के नगवां- चोचकपुर गंगा घाट पर स्थित पीपापुल में लगा एक पीपा शुक्रवार की शाम साढ़े छह बजे अचानक नदी में डूब गया। जिससे आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया। घटना के वक्त पीपापुल पर दर्जनों की संख्या में दो पहिया एवं चार पहिया वाहन मौजूद थे। लेकिन संयोग
 
नगवां- चोचकपुर गंगा घाट के पीपापुल का बह गया पीपा, टला बड़ा हादसा

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चंदौली जिले के धानापुर इलाके के नगवां- चोचकपुर गंगा घाट पर स्थित पीपापुल में लगा एक पीपा शुक्रवार की शाम साढ़े छह बजे अचानक नदी में डूब गया। जिससे आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया। घटना के वक्त पीपापुल पर दर्जनों की संख्या में दो पहिया एवं चार पहिया वाहन मौजूद थे। लेकिन संयोग अच्छा रहा कि बड़ा एवं गंभीर हादसा टल गया।

इसी वर्ष पिछले 25 अक्टूबर को उक्त पीपापुल चालू हुआ था। निर्माण के समय इसमें कुल 89 पीपे लगे थे। इस पीपापुल को लगाने के लिए लोकनिर्माण विभाग से ठेकेदार ओमप्रकाश सिंह का कुल 36 लाख रुपये का टेंडर हुआ था। जिसमें उन्हें नया रस्सा, तार एवं नट-बोल्ट मंगाने के साथ ही मजदूरी में खर्च करना था। लेकिन ठेकेदार ने इस वर्ष पीपापुल के निर्माण में अपेक्षित नवीन सामग्री की आपूर्ति नहीं किया। अलबत्ता विभागीय अधिकारियों के सांठ गांठ से जुगाड़ लगाकर पुराने एवं पिछले वर्ष के सामान लगाकर येन केन प्रकारेण पीपापुल को आवागमन के लिए चालू कर दिया।

इसमें हुई लापरवाही तब उजागर हुई जब शुक्रवार को शाम साढ़े छह बजे एक पीपा पंचर होकर अचानक नदी में डूब गया। जब यह हादसा हुआ तब पीपापुल पर एक दर्जन से ज्यादा चार पहिया तथा उतने ही संख्या में दो पहिया वाहन फर्राटा दौड़ रहे थे। संयोग अच्छा रहा कि बड़ा एवं गम्भीर हादसा टल गया। घटना की जानकारी मिलते ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी मौके पर पहुंच गए तथा रात में ही नदी में डूबे पीपे को बाहर निकालने की कोशिश में जुट गए।

कर्मचारी रात सवा नौ बजे तक डूबे हुए पीपे को नदी से बाहर निकालने में सफल हो गए। फिलहाल गैस कटर एवं वेल्डिंग के सहारे उक्त पीपा की मरम्मत का कार्य चल रहा है। नगवां चोचकपुर पीपापुल का एक पीपा अचानक गंगा नदी में डूबने के दौरान पुल पर दो दर्जन से ज्यादा दो पहिया एवं चार पहिया वाहन फर्राटा दौड़ रहे थे। किंतु संयोग अच्छा रहा कि घटना के वक्त चौकीदार श्यामजनम मांझी पुल पर ही मौजूद थे। जिन्होंने तत्परता दिखाई और बड़ा एवं गंभीर हादसा टल गया।

गंगा नदी में बना नगवां- चोचकपुर पीपापुल सिर्फ चंदौली और गाजीपुर जिले को ही नहीं जोड़ता है। यह पीपापुल सोनभद्र और चंदौली से गाजीपुर, मऊ, बलिया, देवरिया एवं गोरखपुर की दूरी को भी काफी कम कर देता है। जिससे आवागमन में लोगों के लिए बड़ी सहूलियत हो जाती है।

अवर अभियंता सुंदरम मिश्रा का कहना है कि ओवरलोड वाहनों का आवागमन नहीं थम रहा है। एक पीपा नदी में डूब गया है। जिसे अथक प्रयास कर बाहर निकाल लिया गया है। उम्मीद है शनिवार की शाम तक पंचर पीपा की मरम्मत कर पुल से आवागमन बहाल कर दिया जाएगा।

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