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औद्योगिक क्षेत्र में हर्बल सैनिटाइजर के उत्पादन से रोजगार के पर्याप्त अवसर : डा. महेंद्र नाथ पांडेय

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जनपद के औद्योगिक क्षेत्र में हर्बल सैनिटाइजर के उत्पादन से क्षेत्रीय लोगों को पर्याप्त रोजगार मिलने की पूरी संभावना है। लोगों को उचित दर पर स्थानीय स्तर पर भी गुणवत्तापूर्ण सैनिटाइजर उपलब्ध होगा। उक्त विचार केंद्रीय कौशल विकास मंत्री वीरप्पा चंदौली के सांसद डाक्टर महेंद्रनाथ पांडेय ने रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन की ओर से आयोजित
 
औद्योगिक क्षेत्र में हर्बल सैनिटाइजर के उत्पादन से रोजगार के पर्याप्त अवसर : डा. महेंद्र नाथ पांडेय

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चंदौली जनपद के औद्योगिक क्षेत्र में हर्बल सैनिटाइजर के उत्पादन से क्षेत्रीय लोगों को पर्याप्त रोजगार मिलने की पूरी संभावना है। लोगों को उचित दर पर स्थानीय स्तर पर भी गुणवत्तापूर्ण सैनिटाइजर उपलब्ध होगा। उक्त विचार केंद्रीय कौशल विकास मंत्री वीरप्पा चंदौली के सांसद डाक्टर महेंद्रनाथ पांडेय ने रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन की ओर से आयोजित वेबीनार कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किया।

डाक्टर पांडेय ने कहा कि भारत सरकार के सीएसआईआर संस्थान ने इस औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों को हर्बल सैनिटाइजर बनाने की तकनीकी दी है। जो अपने आप में अनूठी है। उन्होंने कहा कि इससे जनपद सहित आसपास के लोगों को रोजगार मिलेंगा। वहीं लोगों को उचित दर पर सैनिटाइजर उपलब्ध हो सकेगा ।

केंद्रीय मंत्री डाक्टर पांडेय ने कहा कि भारत सरकार उद्यमियों का हर संभव मदद करने के लिए लगातार कार्य कर रही है। जिससे कि कोरोना के दौरान बेरोजगार हुए लोगों को भी स्थानीय स्तर पर ही रोजगार के अवसर मिल सके। वही सीएसआईआर के निदेशक डॉक्टर एसके बारीक ने कहा कि हर्बल सेनेटाइजर की तकनीक बहुत ही उम्दा है।

उन्होंने कहा कि एक और तकनीक से बनी मच्छर से बचाव की दवा व फ्लोर क्लीनर भी बहुत ही कारगर हैं। जिसे औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों को साझा किया गया है। उन्होंने कहा कि हर्बल सेनेटाइजर हाथों पर मौजूद कीटाणुओं व बैक्टीरिया को नष्ट करके उनसे फैलने वाले रोगों की रोकथाम में मदद करता है। इसमें किसी प्रकार के रसायन का उपयोग नहीं किया जाता है। इसका उपयोग बहुत ही सुरक्षित है। यह सिर्फ कोरोना वायरस ही नहीं बल्कि अन्य कीटाणुओं आए फैलने वाली बीमारियों से बचने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

वहीं सीमैप के निदेशक डॉ प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने कहा कि संस्थान की ओर से दो दर्जन से अधिक हर्बल उत्पाद उद्यमियों के लिए बनाया जा चुका है। संस्थान किसानों को भी प्रशिक्षित करके औषधीय व सुगन्धित फसलों को पैदा करने के लिए प्रेरित करता है। जो देश को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक साबित हो रहा है।

इस मौके पर रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन के अध्यक्ष देव भट्टाचार्य, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ बीएन सिंह, डॉ विवेक श्रीवास्तव, डॉ रमेश कुमार, बैंक ऑफ इंडिया के एजीएम तपन कुमार मंडल, भावना द्विवेदी, क्षेत्रीय प्रबंधक यूपीएसआईडीसी आशीष कुमार, चंद्रेश्वर जायसवाल, जितेन्द्र सिंह, जितेन्द्र पाण्डेय, हिमांशु कुमार, पंकज बिजलानी, अरविंद तिवारी, सिद्धार्थ बाजला, पीयूष अग्रवाल, अजय राय, सचिदानंद ओझा आदि मौजूद रहे।

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